नमस्कार! आप सभी को समय समय पर मेरे ब्लॉग पर मेरी स्वरचित कविताएं तथा विभिन्न सामाजिक तथा राजनीतिक मुद्दों पर पढ़ने के लिए लेख प्राप्त होते रहेंगे। इसके अतिरिक्त आप हिंदी व्याकरण तथा हिंदी साहित्य का भी सरल तथा रोचक अंदाज़ में अध्ययन कर सकेंगे। धन्यवाद!
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कविता-: फिर हिंदुस्तान कहाएं
कविता-: फिर हिंदुस्तान कहाएं जिस देश में भ्रूण हत्या की घटना नित दिन बढ़ती जाए। वो हिंदुस्तान कहाए! वो हिंदुस्तान कहाए! जहां कोई बाल...
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कविता-: नारी: शक्ति बनाम शोषण यत्र नारी पूज्यंते से सुशोभित हो रहे हैं। हम हैं नारीशक्ति पर फिर भी तो शोषित हो रहे हैं।। बेर में...
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